गाजीपुर

Ghazipur news : Mukhtar Ansari के करीबी रेयाज अंसारी को फर्जीवाड़े के आरोप में हुई जेल,3 साथियों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस दे रही दबिश !

Highlights

बहादुरगंज नपां चेयरमैन रेयाज अंसारी को पुलिस ने किया गिरफ्तार

फर्जीवाड़े के गम्भीर आरोप में गया जेल, तीन अन्य साथियों की तलाश जारी

पुलिस की कार्रवाई से रेयाज अंसारी के करीबियों में मचा हड़कम्प

परेवज जमाल , नजीर अहमद व शकील अख्तर की तलाश में छापेमारी शुरु


गाजीपुर। फर्जी हस्ताक्षर युक्त अभिलेख के जरिये मदरसा मदसतूल मसाकिन के प्रबंधतंत्र पर कब्जा जमाने के आरोपित बहादुरगंज नपां चेयरमैन व आईएस (191) गैंग के प्रमुख सहयोगी रेयाज अंसारी को मंगलवार की सुबह पुलिस ने कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया।

इस मामले के तीन अन्य आरोपित परवेज जमाल पुत्र ऐनुलहक निवासी वार्ड नम्बर-8 मुहल्ल पक्का हाता बहादुरगंज, नजीर अहमद पुत्र स्व. सलामतुल्लाह निवासी उपरोक्त, शकील अख्तर निवासी उपरोक्त की तलाश में कासिमाबाद पुलिस दबिश डाल रही है। इन चारों आरोपितों के खिलाफ पुलिस ने बीएनएस की धारा 318 (4), 338, 336 (3), 340 (2) व 61 (2) के तहत मुकदमा दर्ज किया है। वादी मुकदमा मदरसे के प्रबंधक हाफिज अब्दुल गनी पुत्र स्व. अब्दुल हई निवासी वार्ड नम्बर-3 मुहल्ला नई बस्ती बहादुरगंज  के अनुसार 5 नवम्बर 2024 को नपां चेयरमैन रियाज अंसारी ने अन्य कई लोगों अपने भतीजे शकील अख्तर के मिलकर फर्जी हस्ताक्षर युक्त अभिलेख तैयार किया और कार्यालय सहायक निबंधन फर्म्स सोसाइटीज एवं चिट्स फंड वाराणसी को प्राप्त कराया।

इसके बाद रेयाज अंसारी का भतीजा शकील अख्तर मदरसे का फर्जी प्रबंधक बनकर षणयंत्र छल के प्रयोजन के लिए कुटरचना कर मदरसे पर अवैध नियम से अपना अधिकार प्राप्त करने के उद्देश्य से पूर्व प्रबंधक नजीर अहमद व रेयाज अंसारी के साजिश से फर्जी कूटरचित दस्तावेजों पर विधिमान्य प्रबंधक समिति के पदाधिकारियों व सदस्यों का फर्जी हस्ताक्षर बनाकर तैयार किया गया।

पूर्व की कार्रवाई पर एक नजर-

1 – निकहत परवीन पत्नी रियाज अंसारी जो कि मदरसा मदसतूल मसाकिन में सहायक अध्यापिका तहतानिया के पद पर कार्यरत थी। उसके विरुद्ध शिकायत प्राप्त होने के पर रजिस्टार व निरीक्षक उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद 704 जवाहर भवन लखनऊ के पत्र संख्या-1862 दिनांक 18 सितम्बर 2023 के तहत विभाग द्वारा जांच किये जाने पर निकहत परवीन का अंकपत्र फर्जी पाया गया था। इसके बाद इनकी सहायक अध्यापिका वेतन सहमति व अनुमोदन प्रत्याहरित कर ली गई थी। इसके पश्चात उनकी सेवा समाप्त कर दी गई।

2- जिला अल्पसंख्यक अधिकारी द्वारा निकहत परवीन, पूर्व प्रबंधक नजीर अहमद, रेयाज अंसारी व परवेज जमाल के खिलाफ कासिमाबाद थाने में मुकदमा अपराध संख्या 283/2023 दिनांक 27 अक्तूबर 2023 को धारा 419,420,467,468,471 व 120बी के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया था।
3- गैंगस्टर एक्ट के तहत निकहत परवीन और उसके पति बहादुरगंज नपां चेयरमैन रियाज अंसारी जेल गये थे।

4- 11 सितम्बर 2023 में रेयाज अंसारी ने प्रबंधक अब्दुल गनी और उनके बेटे मुहम्मद मजहर को मोबाइल पर मुकदमा के सम्बंध में धमकी देने के साथ ही 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई थी। इस मामले में अब्दुल गनी द्वारा कासिमाबाद थाने में मुकदमा अपराध संख्या-275/2024 के तहत धारा 308(5) , 352, 351 (3) व 296 के तहत मुकदमा दर्ज हुआ था।

Mukhtar  Ansari के करीबी होने का पुख्ता है प्रमाण-

पुलिस रिकार्ड के अनुसार मुख्तार अंसारी के बेहद करीबियों में बहादुरगंज नपां चेयरमैन रेयाज अंसारी था। इससे तनिक भी कम करीबी पूर्व प्रबंधक नजीर अहमद व परवेज जमाल नहीं थे। 8 अक्तूबर 2005 के एक लेटर से यह साबित हो जाता है कि नजर अहदम आईएस गैंग के सरगना मरहूम मुख्तार अंसारी के करीबियों में से एक था। यह लेटर पैड बतौर विधायक के रुप में मुख्तार अंसारी के तत्कालीन जिला अल्पसंख्यक अधिकारी लालमन को सम्बोधित करते हुए नजीर अहमद के पक्ष में लिखा था। जिसमें साफ अंकित है कि नजीर अहमद मेरे करीबियों में सक एक है इनको ध्यान में रखते हुए कोई निर्णय लिया जाये। इसी प्रकार वर्ष 2007 में मुख्तार अंसारी ने परवेज जमाल के साढू भाई के बेटे की बहादुरगंज मदरसे में नियुक्ति के पत्र लिखा था। इन दोनों लेटरों से साफ जाहिर होता है कि रेयाज अंसारी ही नहीं बल्कि नजीर व परवेज जमाल भी मुख्तार अंसारी के करीबियों में थे।

अकूत काले साम्राज्य का मालिक है परवेज जमाल – 


बेसिक शिक्षा विभाग में एक मामूली क्लर्क होने के बाद परवेज जमाल ने विभाग में ‘भाईजान’ के नाम की दहशतगर्दी फैलाकर इतना काला धन अर्जित किया कि एक काले साम्राज्य का मालिक ही बन बैठा। सूत्रों के मुताबिक वर्तमान में उसकी तैनाती जेडी कार्यालय वाराणसी में है, लेकिन एक के बाद एक कई मुकदमे दर्ज होने के बाद फिलहाल वह सस्पेंड चल रहा है। सूत्रों के मुताबिक परेवज जमाल के पास करीब 50 करोड़ से भी अधिक अचल सम्पत्ति है जिसे बेनामी कहने से परहेज नहीं किया जा सकता है। वाराणसी सहित लखनऊ, मऊ, आजमगढ़ व बहादुरगंज में उसकी अच्छी-खासी अचल प्रापर्टी है। इसके अलावा कई बैंकों में उसका काला धन भी जमा है। फिलहाल में वह इस नये केस में फंस चुका है।

वर्जन

बहाुदरगंज नपां चेयरमैन रेयाज अंसारी समेत नजीर, परवेज और शकील अख्तर के खिलाफ कासिमाबाद थाने में मुकदमा दर्ज है। रेयाज अंसारी को पुलिस ने पकड़कर उसे कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया है। अन्य आरोपितों की तलाश जारी है। जल्द ही उन्हें भी पकड़ लिया जायेगा। डा. ईरज राजा-पुलिस अधीक्षक गाजीपुर

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