Chandauli news : जिले में श्मसान पर सियासत तेज हो गई है. अंत्येष्टि स्थलों के मुद्दे को लेकर सैयदराजा के पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू शनिवार को भी सक्रिय नजर आए. जनपद में उपयोग से बाहर व बेकार पड़े अंत्येष्टि स्थलों को सुदृढ़ करने व उन तक जाने के लिए समुचित रास्ते के बंदोबस्त के मुद्दे को लेकर उपजिलाधिकारी सकलडीहा से मुलाकात की.
पूर्व विधायक ने बताया कि उनकी सरकार में सकलडीहा तहसील क्षेत्र अंतर्गत 15 अंत्येष्टि स्थल बने, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण यह है कि सत्ता परिवर्तन के बाद एक भी अंत्येष्टि स्थल उपयोग में आए बगैर ही आज जीर्ण-शीर्ण हाल में है. उन्होंने एसडीएम से अंत्येष्टि स्थलों को सुदृढ़ करने व वहां पहुंचने के लिए सुगम मार्ग का बंदोबस्त किए जाने की आवश्यकता जताई.
पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू ने बताया कि वर्तमान में जनपद के अलग- अलग हिस्सों में कुल 30 अंत्येष्टि स्थल है, जिसमें 28 बनकर तैयार हो चुके हैं. जबकि शहाबगंज ब्लाक क्षेत्र के नौडिहा व कौडिहार में अंत्येष्टि स्थल अधूरा है. बावजूद इसके जनपद का एक भी अंत्येष्टि स्थल उपयोग में नहीं है. यहां एक भी शव का दाह नहीं हो पाया है.
उन्होंने कहा किकहा कि ये सभी अंत्येष्टि स्थल आम जनता के पैसे से आमजन को सुविधा प्रदान करने के लिए बनाए गए हैं. बावजूद इसके रास्ता के अभाव की वजह से लोग इन अंत्येष्टि स्थल तक नहीं पहुंच पा रहे हैं. हिन्दू-मुस्लिम की बातें करने वाली भाजपा सरकार अन्य दलों पर कई तरह के आरोप-प्रत्यारोप लगाती है, लेकिन छह साल से अधिक समय से सूबे की सत्ता में रहते हुए भी वह अंत्येष्टि स्थलों का सुधि लेने का काम नहीं किया गया.
जिससे अधिकांश अंत्येष्टि स्थलों को आज मरम्मत की दरकार है. उन्होंने एसडीएम सकलडीहा से अंत्येष्टि स्थलों तक जाने के लिए रास्ते का बंदोबस्त किए जाने की आवश्यकता जताई. बताया कि कुछ गांवों में जब अंत्येष्टि स्थल बने तो वहां चकबंदी की प्रक्रिया चल रही थी, जिस कारण वहां तक जाने के लिए रास्ते का सृजन नहीं हो पाया, लेकिन अब चकबंदी पूर्ण हो चुकी है.