The news point desk – इन दिनों जातिगत जनगणना को लेकर सियासी बवाल मचा है. बिहार सरकार की तरफ से जातिगत जनगणना का आंकड़ा पेश किया गया है. जिसमें सर्वाधिक 36 प्रतिशत अतिपिछड़ी जातियां है. इसके बाद 27 प्रतिशत पिछड़ी जातियां है.अनुसूचित जाति 19.6 प्रतिशत , 1.6 प्रतिशत अनुसूचित जनजातियां है.जबकि 15.5 प्रतिशत सामान्य वर्ग बताया गया है. लेकिन अब सुभासपा प्रमुख पर OP राजभर ने सवाल खड़े किए है.
ओपी राजभर ने कहा कि बिहार में 36 प्रतिशत जाति अतिपिछड़ों की. लेकिन लालू-नितीश ने 36 प्रतिशत के साथ भेदभाव किया. 36 प्रतिशत में से किसी जाति को इन्होंने CM की कुर्सी तक नहीं पहुंचाया. 8-8 बार नितीश, लालू और उनकी पत्नी सीएम बने. ये सामाजिक न्याय की श्रेणी में नहीं है.
इसके अलावा बिहार की जातिगत जनगणना में भी त्रुटि बताई. बिहार में बड़ी संख्या में रजवार, राजवंशी, भर और राजभर है. इनका आंकड़ा पर्सेंटेज में भी नहीं आया है.जो जातियां राजनीति में हैं. उनकी ही गिनती ठीक-ठाक से हुई. जो जातियां राजनीति में नहीं उनको एक जगह बैठकर लिख दिया गया. रजवार, राजवंशी, राजधोग, भर, राजभर की सही गिनती नहीं हुई. इनके साथ अन्याय हुआ है.