पी0के0 विश्वकर्मा (संवाददाता)
कोन (सोनभद्र) । यह तस्वीर सोनभद्र जिले के रगरम की है, जहां कस्तूरबा विद्यालय चारो तरफ पानी से घिर गया । पानी से खुद को घिरा देख स्कूल के टीचर व वार्डन के होश उड़ गए, उन्हें समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर इतनी बड़ी संख्या में बच्चों को बाहर किसे निकाला जाय। इधर पानी के बीच फंसे बच्चे जोर जोर से शोर मचाने लगे । शोर शराबा सुन और जानकारी होते ही आसपास के ग्रामीण इकट्ठा होकर किसी प्रकार बच्चों को सुरक्षित निकालकर पास के प्राथमिक विद्यालय में शिफ्ट किया गया । जिसके बाद बच्चों के अभिभावकों को बुलाकर धीरे-धीरे बच्चों को घर भेज जाने लगा । स्थानीय लोगों का कहना है कि हर वर्ष बरसात में पानी नाले से बह कर चला जाता था लेकिन बिना किसी निकास के विद्यालय की बाउंड्री बना दी गयी, जिसका नतीजा यह है कि आज यह समस्या उत्पन्न हो गयी । बताया जा रहा है कि तेज पानी के दबाव के कारण विद्यालय की बाउंड्री भी टूट गयी, तब कहीं जाकर पानी निकलना शुरू हुआ ।
मामले की जानकारी होते ही बीएसए नवीन पाठक भी तत्काल मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया औऱ बच्चों से बात कर उनके हौसलों को बढ़ाया । बीएसए ने वहां मौजूद स्टाफों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया । लेकिन इस घटना से एक बात तो साफ हो गयी कि सरकारी काम ऐसे ही होते हैं बजट आया नहीं कि बिना किसी प्लान के उन्हें खर्च करने में जुट जाते हैं। यह तो संयोग था कि स्थानीय लोगों की मदद से बच्चों को रेस्क्यू कर बाहर निकाल लिया गया वरना कोई भी अनहोनी हो सकता था ।