spot_img
20.3 C
New York
spot_img
spot_img

Ghazipur News: राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत डीएम ने किया अभियान का शुभारंभ

WHATSAPP CHANNEL JOIN BUTTON VC KHABAR

Published:

spot_img
- Advertisement -

गाजीपुर



राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत डीएम ने किया अभियान का शुभारंभ


गाजीपुर । जिलाधिकारी आर्यका अखौरी एवं नगर पालिका परिषद अध्यक्ष सरिता अग्रवाल ने राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत बृहस्पतिवार को फाइलेरिया सामूहिक दवा सेवन (एमडीए) अभियान का शुभारंभ महुआबाग स्थित आदर्श इंटर कॉलेज से किया। सर्वप्रथम जिलाधिकारी ने फाइलेरिया से बचाव की दवा एल्बेण्डाज़ोल और डीईसी का सेवन किया। तत्पश्चात नगर पालिका परिषद अध्यक्ष सरिता अग्रवाल, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी/विद्यालय निरीक्षक हेमंत राव, प्रधानाध्यापक चंद्रदेव राम, संचारी रोगों के नोडल अधिकारी/अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ जेएन सिंह, जिला मलेरिया अधिकारी मनोज कुमार सहित अन्य अधिकारियों, शिक्षकों व बच्चों ने दवा का सेवन किया। जिलाधिकारी ने कहा कि फाइलेरिया, जिसको सामान्य भाषा में हाथीपांव कहा जाता है इससे बचाव के लिए सामूहिक दवा सेवन (एमडीए) अभियान का शुभारंभ किया गया है। यह अभियान अगले 15 दिनों तक संचालित किया जाएगा, जिसमें दवा सेवनकर्मी और स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर एक वर्ष से ऊपर के सभी बच्चों, वयस्कों, वृद्धजनों को अपने सामने दवा खिलाएँगे। उन्होंने कहा कि जिस तरह से आज मैंने स्वास्थ्यकर्मियों के सामने यह दवा खाई है, उसी तरह सभी को यह दवा स्वास्थ्यकर्मियों के सामने खिलाई जानी है। यह दवा खाना बहुत आवश्यक है क्योंकि विगत कई वर्षों से यह रोग समाज में व्याप्त है। समाज में इसको लेकर कई भ्रांतियां भी बनी हुई हैं। गंदगी भी इसका प्रमुख कारण है। इसका मच्छर गंदगी में ही पनपता है। इस रोग के हो जाने पर शुरुआत में कोई लक्षण नहीं दिखते लेकिन पाँच से 15 साल बाद इसके लक्षण दिखने लगते हैं। हाथ-पैरों व अन्य अंगों में सूजन बढ़ने लगती है। एक बार यह बीमारी हो जाने पर यह ठीक भी नहीं होती है। इसी को देखते हुए साल में एक बार एमडीए अभियान संचालित किया जाता है। साल में एक बार और लगातार पाँच साल तक दवा खाने से हम सभी इस बीमारी से बच सकते हैं। यह बीमारी जल्द से जल्द विलुप्त हो जाए, इसके लिए सरकार ने वर्ष 2030 तक उन्मूलन का लक्ष्य रखा है। जिलाधिकारी ने स्कूल व कॉलेज के छात्रों-छात्राओं सहित सभी लोगों से अपील की कि इस अभियान को सफल बनाने के लिए घर-घर जाने वाले दवा सेवनकर्मी और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का सहयोग करें और उनके सामने ही फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन करें। साथ ही अन्य लोगों को भी दवा खाने के लिए प्रेरित करें। यह दवा एक वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती और गंभीर रूप से ग्रसित बीमारी व्यक्तियों को नहीं खिलाई जानी है। नगर पालिका परिषद अध्यक्ष सरिता अग्रवाल ने कहा कि फाइलेरिया से बचाव के लिए सबसे ज्यादा जरूरी साफ-सफाई है। यदि हम अपने आसपास के वातावरण को स्वच्छ रखेंगे, घर व आसपास गंदगी व जलजमाव की स्थिति पैदा नहीं होने देंगे तो हम इस बीमारी से बचे रहेंगे। हमेशा स्वच्छ पेयजल का उपयोग करें। सोते समय हमेशा मच्छरदानी का उपयोग करें। उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत नगर के सभी वार्डों में दवा सेवनकर्मी और स्वास्थ्य कार्यकर्ता की टीम घर-घर जाकर फाइलेरिया से बचाव की दवा अपने समक्ष खिलाएगी। इसके अलावा नगर पालिका की टीम साफ-सफाई, फोगिंग, एंटी लार्वा छिड़काव के कार्य में जुटी हुई है।

कार्यक्रम में आदर्श इंटर कॉलेज के प्रधानाध्यापक चंद्रदेव राम ने बताया कि यहाँ लगभग 1800 छात्र हैं, जिनको बृहस्पतिवार को फाइलेरिया से बचाव की दवा खिलाई गई। उन्होंने समस्त छात्रों से अपील की कि वह अपने घर के परिजनों व आस पड़ोस के लोगों को भी दवा खाने के लिए प्रेरित करें। इस मौके पर कक्षा आठवीं के छात्र आर्यन गुप्ता, ध्रुव कुमार, कृष्ण कुमार, कृष्णा कुमार सहित सभी छात्र दवा खाने के लिए उत्साहित दिखे। आर्यन ने कहा कि हमने फाइलेरिया से बचाव की दवा खा ली है। यह पूरी तरह से सुरक्षित है। इसी तरह हम लगातार पाँच साल तक साल में एक बार दवा जरूर खाएँगे। साथ ही और भी लोगों को प्रेरित करेंगे। कार्यक्रम का संचालन संजय राम ने किया। इस मौके पर एसीएमओ डॉ मनोज कुमार, जिला सूचना अधिकारी, सहायक मलेरिया अधिकारी, फाइलेरिया व मलेरिया निरीक्षक, जिला कार्यक्रम समन्वयक (एनटीईपी), डब्ल्यूएचओ, पाथ, पीसीआई, सीफार के जिला प्रतिनिधि सहित अध्यापक, जिला मलेरिया इकाई का समस्त स्टाफ एवं अन्य अधिकारी व स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहे। इस क्रम में कासिमाबाद ब्लॉक के खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) भीम प्रसाद, सीएचसी कासिमाबाद के अधीक्षक डॉ नवीन कुमार सिंह ने सुरवत उच्च प्राथमिक विद्यालय में छात्रों को दवा खिलाकर एमडीए अभियान का शुभारंभ किया। स्कूल पर उपस्थित स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी पंकज, ब्लॉक कार्यक्रम प्रबन्धक दिनेश त्रिपाठी, ग्राम प्रधान राजेश गुप्ता, आशा संगिनी शीला, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, शिक्षक, फाइलेरिया रोगी सहायता समूह (पीएसजी) नेटवर्क सदस्य परवरदीगार, कमली जी एवं विद्यालय के बच्चे व ग्राम सभा के लोग मौजूद थे।

- Advertisement -
WHATSAPP CHANNEL JOIN BUTTON VC KHABAR

सम्बंधित ख़बरें

ताज़ा ख़बरें

राष्ट्रिय