UP NEWS : अखिलेश यादव बुधवार सुबह करीब 11:50 बजे बस से लखनऊ के JPNIC पहुंचे। यहां 100 से ज्यादा पुलिस फोर्स ने उन्हें रोकने की कोशिश की। लेकिन, रोक नहीं पाए। अखिलेश करीब 8 फीट ऊंचा गेट फांदकर JPNIC के अंदर घुस गए। अब वह जयंती पर जयप्रकाश नारायण का माल्यार्पण करेंगे। अखिलेश को ऐसा इसलिए करना पड़ा क्योंकि जयंती पर उन्हें माल्यार्पण की अनुमति LDA ने नहीं दी। एक दिन पहले JPNIC के गेट पर ताला जड़ दिया। गेट फांदकर समाजवादी लोग अंदर न जा पाएं, इसके लिए टिन शेड की दीवार खड़ी कर दी थी। टिनशेड को सपा नेताओं ने उखाड़ फेंका।
अखिलेश यादव जब JPNIC का गेट फांद रहे थे तो उन्होंने सरकार पर तंज कसा। अखिलेश ने कहा- छेड़ोगे तो छोड़ेंगे नहीं। वहीं, 500 से ज्यादा जुटे सपा समर्थक भी टिनशेड उखाड़ फेंकने लगे। इसी बीच सपा समर्थकों और पुलिस में झड़प हो गई। धक्का-मुक्की में कई कार्यकर्ता गिर गए।
अखिलेश को रोकने के लिए सुबह से अलर्ट रही फोर्स JPNIC के गेट के बाहर ही अखिलेश को रोकने के लिए फोर्स सुबह से अलर्ट रही। 100 से ज्यादा पुलिस कर्मी तैनात कर दिए गए। अखिलेश के आने से पहले ही यहां समाजवादी समर्थक जुट गए थे। समाजवादी पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता गेट खोलने की मांग पर अड़े रहे। मगर, फोर्स उन्हें गेट से दूर रहने की चेतावनी देती रही। फिर अखिलेश पहुंचे तो सभी गेट फांदकर अंदर घुसे।
गेट पर सपा समर्थक धरने पर बैठे
अखिलेश यादव के माल्यार्पण की अनुमति न दिए जाने पर सपा ने धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया है। JPNIC के गेट पर करीब 500 सपा समर्थक धरने पर बैठ गए हैं। ये सरकार और पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। गेट खोलने और माल्यार्पण की अनुमति दिए जाने की मांग कर रहे हैं। सपा के वरिष्ठ नेता भी धरने पर बैठे हैं। जिनमें प्रमुख रूप से पार्टी प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, सपा के राष्ट्रीय सचिव राम गोविंद चौधरी भी हैं।
LDA ने सुरक्षा कारणों और सफाई का हवाला दिया लखनऊ विकास प्राधिकरण यानी LDA ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए अखिलेश के कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी है। अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा का कहना है कि पूर्व CM अखिलेश यादव को JPNIC में सुरक्षा कारणों से कार्यक्रम करने की अनुमति नहीं दी गई है। यहां सफाई का काम चल रहा है। इसलिए ताला लगाया गया है।
जयंती के दिन माल्यार्पण की अनुमति न मिलने और गेट पर ताला लगाए जाने के बाद बुधवार को अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखा। जिसमें लिखा… जयप्रकाश नारायण की जयंती पर अब क्या सपा को माल्यार्पण करने से रोकने के लिए ये टिन की चद्दरें लगाकर JPNIC का रास्ता रोका जा रहा है।
अखिलेश ने लिखा- सच ये है कि भाजपा जयप्रकाश के भ्रष्टाचार, बेकारी – बेरोजगारी और महंगाई के खिलाफ छेड़े गए आंदोलन की स्मृति को दोहराने से डर रही है। क्योंकि भाजपा के राज में तो भ्रष्टाचार, बेकारी – बेरोजगारी और महंगाई तब से कई गुना ज्यादा है। अब क्या माल्यार्पण के लिए भी जयप्रकाश नारायण की तरह ‘संपूर्ण क्रांति’ का आह्वान करना पड़ेगा। अगर भाजपा को यही मंजूर है तो यही सही ।