गाजीपुर । सैदपुर “प्रथम” अब जिला पंचायत सीट का मामला दो परिवारों के बीच रसूख से जुड़ गया है। या फिर कहे तो गाजीपुर की राजनीति में एक नया अंक जुड़ता हुआ दिखाई दे रहा है एक के हाथ में सत्ता धारी दल का साथ और जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर कब्जा वही दूसरा पक्ष जनपद के जिला पंचायत अध्यक्ष पद और सांसद पद पर पुर्व में काबिज रह चुका है। वर्तमान भाजपा जिला पंचायत अध्यक्ष सपना सिंह ने लगभग ढाई साल पहले इस सीट से जीत हासिल की थी, जबकि उनकी प्रतिद्वंदी और मुंहबोली चाची और सपा प्रत्याशी रही अंजना सिंह जो गाजीपुर के पूर्व सांसद राधेमोहन सिंह की पत्नी हैं, वो कुछ मतों से चुनाव हार गई थी। इस प्रतिष्ठापरक चुनाव में चूक जाने के बाद अंजना सिंह ने चुनाव में धांधली के आरोप लगाते हुए कोर्ट की शरण ली और ढाई साल चल इस मुकदमें में सपना सिंह को कोर्ट से जीत मिली थी, और फिर सपना सिंह के पति और प्रतिनिधि पंकज सिंह चंचल ने एक प्रेस कांफ्रेंस कर इसे न्याय की जीत बताया और कहा कि विपक्षी जो उनकी चाची भी हैं उन्होंने गलत डॉक्यूमेंट्स लगाकर केस किया था जिसमें कोर्ट ने उनके पक्ष में फैसला सुनाया है। वहीं आज बुधवार 20 दिसंबर को अंजना सिंह और राधेमोहन सिंह के पुत्र अनिकेत सिंह अपने वकील स्वयम प्रकाश राय के साथ मुकदमें में दाखिल कागजातों के साथ मीडिया के सामने आए और प्रेस कांफ्रेंस कर पंकज सिंह, चंचल के un दावों को खारिज किया कि उनकी तरफ से फर्जी कागजात लगाए गए हैं। वकील स्वयम प्रकाश राय ने बताया कि पूरे केस में उनके द्वारा निर्वाचन की सही और विधिसम्मत कागजात दाखिल किए गए थे, और सपना सिंह द्वारा कोई कागजात नहीं दाखिल किया गया था, बावजूद उसके हमारा पक्ष सही होते हुए दुर्भाग्यपूर्ण है कि फैसला हमारे पक्ष में नहीं आ पाया, इसके खिलाफ हम हाई कोर्ट में अपील करेंगे और हमें पूरी उम्मीद है कि हमें न्याय मिलेगा। वही सपा प्रत्याशी रही अंजना सिंह और पूर्व सांसद राधेमोहन सिंह के बेटे अनिकेत सिंह ने मीडिया से कहा कि पंकज सिंह द्वारा जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं वो गलत हैं, चुनाव में धांधली हुई थी, और डिस्ट्रिक कोर्ट का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है, इसके खिलाफ हम हाई कोर्ट जा रहे हैं और हमें पूरी उम्मीद है कि हमें वहां से न्याय जरूर मिलेगा।
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