गाजीपुर। करंडा थानाक्षेत्र के मानिकपुर गांव में रोजगार शुरू करने के लिए समूह से कर्ज लेने के बाद न चुका पाने के तनाव में एक युवक ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। गांव निवासी 35 वर्षीय गजेंद्र गोंड उर्फ छोटू आर्थिक रूप से कमजोर था। जिसके कारण वो छोटा मोटा काम करके परिवार का भरण पोषण करता था। इस बीच काम न मिलने के कारण वो तनाव में शराब पीने लगा। कुछ समय पूर्व उसने स्वरोजगार करने के लिए एक समूह से 20 हजार रुपये लिए। लेकिन रुपये खर्च हो गए तो वो निजी कम्पनी में काम करने के लिए चेन्नई चला गया। बीते एक माह पूर्व वो घर आया था तो कर्ज देने वाले समूह द्वारा रुपये मांगे जाने लगे। समूह से लिये 20 हजार के कर्ज को न चुका पाने पर पत्नी निशा देवी का भी उससे विवाद होने लगा। इस बीच वो शराब के नशे में घर आया और सीधे कमरे में चला गया। जहां टीन शेड की पाइप में साड़ी से फंदा लगाकर अपनी जान दे दी। कुछ देर बाद उसकी पत्नी उधर से गुजरी तो उसकी लाश देख उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। उसकी चीख सुनकर वहां पहुंचे लोगों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इधर घटना के बाद परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।
Ghazipur news: करंडा समूह से लिये महज 20 हजार रुपये का कर्ज न चुका पाने पर तगादे से आजिज युवक ने लगाई फांसी
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