चन्दौली – रेलवे की बड़ी की लापरवाही सामने आई है, वाराणसी में पीएम मोदी की तरफ से लोकार्पण की गई डेडिकेटेड रेल फ्रेड कॉरिडोर की पहली ट्रेन में ही तकनीकी खराबी आ गई. जिसके चलते कई बार प्रयास किए जाने के बाद भी आगे नहीं बढ़ सकी. लोकार्पण के बावजूद ट्रेन अपने ओरिजिन स्टेशन पर ही खड़ी है. ट्रेन में आई तकनीकी खराबी के बाद रेल अधिकारियों में हड़कंप की स्थिति है,और उसे ठीक किए जाने का प्रयास किया जा रहा है. हालांकि डीएफसीसी के जीएम अपनी अलग दलील देते दिखाई दे रहे है.
दरअसल डेडिकेटेड रेल फ्रेड कॉरिडोर पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक है. जिसका लोकार्पण पीएम मोदी ने वाराणसी से वर्च्युअल किया है. ताकि गुड्स ट्रेनों का निर्बाध आवागमन हो सके. लेकिन रेल अधिकारियों की लापरवाही के चलते अपनी पहली ही यात्रा पूरी नहीं कर सकी. इस दौरान रेलवे की सारी तैयारियां धरी की धरी रह गई और एक खामियों के बाद बगले झांकते नजर आ आए. न्यू पीडीडीयू नगर स्टेशन से भाऊपुर के बीच 402 किलोमीटर लंबे रेल कॉरिडोर का निर्माण कराया गया है.
इस बाबत डीएफएससी के जीएम जवाहर लाल का कहना है की इस डेडिकेटेड टैक दो ट्रेनों को एक साथ जोड़कर चलाने की तैयारी थी. ट्रेन की कुल लंबाई करीब डेढ़ किलोमीटर है. लंबाई ज्यादा होने के चलते किसी ने बीपी पाइप से छेड़छाड़ कर दी. जिसके चलते ट्रेन रवाना नहीं हो सकी. जल्द ही टेक्निकल टीम द्वारा सही कर लिया जाएगा. साथ ही जांच के बाद दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.