The news point : इंडिया गठबंधन से बात न बनने के बाद PDM ने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी. जिसमें चंदौली से हिस्ट्रीशीटर जवाहर बिंद को अपना उम्मीदवार बनाया है. टिकट घोषणा के बाद जिले में सरगर्मी तेज हो गई. वहीं लोग जातिगत समीकरण साधने के साथ ही राजनैतिक नफा नुकसान का आंकलन करने लगे.
बताते है की PDM उम्मीदवार जवाहर बिंद मूल रूप से गाजीपुर जमानियां इलाके के दरौली गांव के रहने वाले है. अब तक उनकी राजनीतिक पृष्टभूमि नहीं रही है. जवाहिर बिंद करीब 3 दशक पूर्व उस वक्त चर्चा में आये थे. जब पूर्व सांसद रामकिसुन यादव का अपहरण हुआ था. उनके अपहरण में जवाहिर बिंद का नाम प्रमुखता से पटल पर आया था. हालांकि बाद में तमाम जद्दोजहद के बाद रामकिसुन छोड़ दिए हुए. इस घटना के अलावा जवाहिर बिंद के ऊपर धमकी फिरौती समेत दर्जन भर मामले प्रचलित है. फिलहाल जमानत पर रिहा किये गए है. ब
हरहाल जवाहिर बिंद चन्दौली सीट पर PDM मोर्चा की तरफ से प्रगतिशील समाज पार्टी के उम्मीदवार है. बतौर उम्मीदवार घोषणा के बाद लोगों के बीच PDM (पिछड़ा दलित मुस्लिम) की चर्चा तेज हो गई. अब ये देखना दिलचस्प होगा कि जवाहिर बिंद चंदौली संसदीय सीट पर बिंद बिरादरी के वोटरों को रिझाने में कितना कामयाब होंगे.
इसके अलावा बरेली लोकसभा सीट पर सुभाष पटेल, हाथरस लोकसभा सीट पर डॉक्टर जयवीर सिंह, फिरोजाबाद लोकसभा सीट पर एडवोकेट प्रेम दत्त बघेल, रायबरेली संसदीय सीट पर हाफिज मोहम्मद मोबीन, फतेहपुर से रामकृष्ण पाल को टिकट दिया गया है. जबकि भदोही संसदीय सीट पर प्रेमचंद बिन्द को प्रत्याशी बनाकर चुनाव लड़ने के लिए निर्देशित किया गया है.