Chandauli news : नौकरी के नाम पर फर्जी बड़ा करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, मास्टरमाइंड समेत सात अभियुक्त गिरफ्तार

Published on -

Chandauli news : चन्दौली पुलिस अपराध व अपराधियों पर लगाम लगाने के लिए अभियान चला रही है. इसी तरह क्रम में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर युवाओं को फर्जीवाड़ा करके अपने जाल में फंसाने वाले अन्तर्प्रान्तीय गिरोह का जनपद चन्दौली पुलिस ने भण्डाफोड़ कर दिया है. साइबर सेल टीम व थाना अलीनगर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में सात अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है. अभियुक्तों के पास से बड़ी संख्या में फर्जी नियुक्ति पत्र बरामद हुए हैं.

विदित हो कि अन्तर्प्रान्तीय गिरोह द्वारा अब तक उत्तर प्रदेश के अलावा बिहार, झारखण्ड के युवाओं को बड़ी संख्या में अपना शिकार बनाकर लाखों रुपये की ठगी की जा चुकी है. इस तरह मिल रहे लगातार इनपुट को ध्यान में रखते हुए क्षेत्राधिकारी क्राइम आशुतोष के नेतृत्व में साइबर सेल व थाना अलीनगर की पुलिस टीम द्वारा यह गिरफ्तारी व बरामदगी की. खुलासा व गिरफ्तारी करने वाली टीम को पुलिस अधीक्षक चन्दौली द्वारा पुरुस्कार देने की घोषणा की गई है.

दरअसल 15 सितम्बर को चन्दौली जिले के अमित यादव, सुनील यादव, पंकज कुमार यादव, प्रमोद कुमार यादव, शिवा यादव,  दीपू यादव, विपीन यादव, चन्द्रजीत यादव, आदित्य नरायन समेत अन्य युवकों द्वारा नौकरी के नाम फर्जीवाड़े की लिखित सूचना दी थी. जिसमें बताया कि 2021 दिसम्बर से ही SSC , N.T.P.C , एग्रीकल्चर विभाग झारखण्ड मे नौकरी दिलाने के नाम पर 22 लाख रूपये सैयदराजा निवासी अभिषेक पाण्डेय, मेढ़ी निवासी ऋषि यादव, कुरहना निवासी सौरभ पाण्डेय, नोएडा निवासी  अमनदीप उर्फ रोहन द्वारा लिए गए.इसके बदले फर्जी N.T.P.C  लिमिटेड का ज्वाइनिंग लेटर थमा दिया. इस बाबत अलीनगर समेत अन्य थानों में मुकदमा भी दर्ज था. 

इसी क्रम में सर्विलांस टीम की मदद से पुलिस ने छापेमारी करते हुए 7 लोगों को गिरफ्तार किया. पूछताछ में पता चला कि नौकरी के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाले एक गिरोह है. जिसका मुख्य सरगना प्रमोद कुमार मण्डल है, तथा अभिषेक पाण्डेय उसका सहायक हैं. ये लोग उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखण्ड में जरूरत मन्द लोगों को सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर पैसे ऐंठ लेते हैं. इसके बदले बेरोजगार युवाओं को विभिन्न विभागों के विभिन्न पदों के फर्जी नियुक्ति पत्र प्रदान करते हैं. इनलोगों के द्वारा  इस कार्य के लिये अलग अलग जगहों पर अलग अलग पदाधिकारी नियुक्त किये जाते हैं, जो जनता का विश्वास प्राप्त करते हैं. तथा युवाओं को भ्रम में रखकर सरकारी नौकरी दिलाने के लिये पैसा लेते हैं. ठगी से जो पैसा प्राप्त होता है. उसको प्रमोद कुमार मण्डल व अभिषेक पाण्डेय को भेजते हैं‌‌. गिरोह का मुख्य सरगना प्रमोद कुमार मण्डल ही हैं। उनके नीचे सहायक के रूप में अभिषेक पाण्डेय हैं तथा अमनदीप उर्फ रोहन, अनिकेत राघव , सौरभ पाण्डेय, ऋषि यादव तथा दीपक राणा स्थानीय पदाधिकारी हैं. ये लोग घूम-घूम कर नेटवर्किंग के माध्यम से अपने स्थानीय कर्मचारी नियुक्त करते हैं. जिनके माध्यम से लोगों से धोखाधड़ी करते हैं.इन लोगों को जो भी पैसा मिलता है उसमें प्रमोद कुमार मण्डल द्वारा हिस्सेदारी तय की जाती है.

इस बाबा एसपी चंदौली डॉ अनिल कुमार ने बताया कि चंदौली समेत अन्य जनपदों के युवकों का एक गैंग संचालित हो रहा था जो बेरोजगार युवाओं को फरमाकर सरकारी नौकरी मिलने के नाम पर खड़ी करते थे उसके संगठन कर यवाही करते हुए गिरफ्तार कर लिया गया है. ये सभी चन्दरखा गांव के सामने हाईवे के किनारे बन्द पड़े मकान से जहां ये मीटिंग कर रहे थे. तभी इनपुट के आधार पर गिरफ्तार कर लिया गया. गिरफ्तार अभियुक्तों के विरूद्ध आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जा रही है.

About the Author
For Feedback - feedback@vckhabar.in