Chandauli news : सिरडी साई बाबा के दूसरे स्वरूप कहे जाने वाले मौनी बाबा सदभावना यात्रा बृहस्पतिवार को कोरडि़या आश्रम होते हुए बुलंदशहर के लिए रवाना। यात्रा में काफी संख्या में श्रद्धालू शामिल हुए। भक्त डीजे की भक्ति धुन पर नाचते गाते नजर आए और जिस तरह से बाबा का डोला निकला उस तरफ पूरा नगर ही भक्ति मय हो गया। डोला को कंधा देने के लिए भक्त उतावले दिखाई दिए। यही नहीं अबीर गुलाल उड़ाते हुए भक्तों ने मौनी बाबा के जमकर नारे लगाए।जिससे पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया।
बताते हैं कि मौनी बाबा जिले के कोरडि़या गांव के निवासी थी। बालपन में ही उन्होंने घर छोड़ दिया और प्रभु भक्ति में लीन हो गए। एक बार वे चंदौली आए और उन्होंने कोरडि़या गांव पूछा तो लोगों को जानकारी हुई कि यहीं के हैं। उनके जाने के बाद यहां उनके नाम का आश्रम बनवाया गया। इसी कड़ी में बृहस्पतिवार को मौनी बाबा का डोला बुलंदशहर के लिए रवाना हुआ।
कोरडि़या स्थित आश्रम से भारी संख्या और जुलूस के साथ यात्री आगे के लिए बढ़ा। यात्रा में पालकी को उनके पुरुष और महिला भक्त कंधा देकर चल रहे थे जबकि रथ को पुरुष वर्ग खींच रहा था। सकलडीहा रोड होते हुए यात्रा वाराणसी की और चली गई। बाबा के अनन्य भक्त ओमप्रकाश सिंह ने बताया कि सत्गुरु मौनी के सुल्तानपुर खेड़ा आश्रम में सात दिन बाद पहुंचेगी। 24 घटे में 95 किमी की यात्रा की जा रही है। कहा कि प्रत्येक वर्ष की भांति बाबा का डोला गांव से निकलता है और बुलंदशहर जाता है जहां भव्य पूजन अर्चन किया जाता है रास्ते में लोग डोला को लेकर आगे बढ़ते चलते रहते हैं। डोला निकालने के दौरान पूरा नगर भक्ति में हो गया और आगे के लिए रवाना हो गया।