*गाजीपुर*। मुहम्मदाबाद क्षेत्र के शाहपुर उसरी में लावारिस सेवा एवं शवदाह ट्रस्ट के द्वारा आयोजित लावारिस व्यक्तियों के त्रयोदशाह कार्यक्रम में पहुंचे मुख्य अतिथि काशी हिंदू विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति गिरीश चंद्र त्रिपाठी ने कहा कि जिस व्यक्ति ने सृष्टि के सत्य के रहस्य को समझा वही वसुधैव कुटुंबकम का विचार है। उन्होंने कहा कि वसुधैव कुटुंबकम के विचार से ही विश्व में शांति संभव है। उन्होंने रूस यूक्रेन युद्ध तथा हमास इजरायल युद्ध को लेकर श्री त्रिपाठी ने कहा कि इसका हल भारत के विचार से ही संभव है। भारत का विचार समावेशी विचार है। लावारिस सेवा एवं शवदाह ट्रस्ट के अध्यक्ष कृष्णानंद उपाध्याय के कार्यों की पूर्व कुलपति ने सराहना की। विशिष्ट अतिथि के तौर पर कार्यक्रम में पहुंची नगर पालिका परिषद गाजीपुर के अध्यक्ष सरिता अग्रवाल ने श्री उपाध्याय और उनके संगठन के द्वारा लावारिस व्यक्तियों के दाह संस्कार के कार्य को समाज के लिए बहुत ही उपयोगी बताया और उन्होंने कृष्णानंद उपाध्याय जी के संगठन के लिए सदैव मदद का भी आश्वासन दिया। पूर्व अध्यक्ष विनोद कुमार अग्रवाल ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया और संगठन के कार्यों की तारीफ की। विशिष्ट अतिथि के तौर पर किसान यूनियन के नेता अक्षांश पंडित ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए 10 वर्ष से लगातार लावारिस सेवा एवं शवदाह ट्रस्ट के द्वारा किए जा रहे कार्यों के लिए कृष्णानंद उपाध्याय को बधाई और शुभकामनाएं दी। संवाददाताओं से बातचीत में कृष्णानंद उपाध्याय ने बताया कि लावारिस सेवा एवं सौदा ट्रस्ट के द्वारा जनपद गाजीपुर के समस्त थाना क्षेत्र एवं जीआरपी के द्वारा प्राप्त लावारिस शवों को मर्चरी रूम से, पोस्टमार्टम हाउस से गंगा घाट तक पहुंचाने के लिए निशुल्क शव वाहन की व्यवस्था संगठन द्वारा की गई है। पिछले 10 वर्षों से लावारिस सेवा एवं शवदाह ट्रस्ट द्वारा लावारिस शवों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है। कब तक 800 से अधिक लावारिसों का उनके धर्मानुसार अंतिम संस्कार, सामूहिक पिंडदान तथा त्रिपिंडी श्राद्ध एवं तेरहवीं का कार्य किया जा चुका है। मृत आत्माओं की आत्मा की शांति एवं मोक्ष हेतु पूजा पाठ किया जाता है। आज आयोजित कार्यक्रम में एक हजार से अधिक गरीब, असहाय, दिव्यांग व्यक्तियों को भजन तथा कंबल वितरित किया गया है। संगठन जीवित लावारिस व्यक्तियों को भोजन कपड़ा दवा एवं देखरेख का काम निरंतर आगे जारी रखेगा। कार्यक्रम में पधारे सभी लोगों के प्रति आभार कृष्णानंद उपाध्याय ने प्रकट किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से विनोद उपाध्याय, बाल कृष्ण त्रिवेदी, शैलेंद्र यादव, राजू पाल, उत्कर्ष पांडेय दीपक वर्मा, सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।
