मरदह। प्रशासन द्वारा लगातार जागरूकता फैलाने व नदियों व पोखरों के किनारे बैरिकेडिंग करने के बावजूद हर साल लोगों की लापरवाही के चलते डाला छठ के दिन डूबने की घटनाएं हो ही जाती हैं और किसी परिवार के लिए ये त्योहार की खुशी में मातमी धुन गूंजने लगती है। मरदह थानाक्षेत्र के कोदई गांव में छठ पर ऐसा ही हादसा हो गया। गांव स्थित पोखरे में डूबने से एक व्रती महिला के अधेड़ पति की मौत हो गई। जिसके बाद परिजनों में कोहराम मच गया। पुलिस ने शव को निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। गांव स्थित पोखरे पर छठ के पर्व के लिए व्रती महिलाओं व श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी थी। गांव निवासी 45 वर्षीय अच्छेलाल चौहान की पत्नी मंजू देवी व बेटी पूनम देवी छठ पर व्रत थीं। दोनों मां बेटी पोखरे पर व्रत के लिए मौजूद थीं और अच्छेलाल भी अर्घ्य देने गए थे। अर्घ्य देने के बाद वो पोखरे में नहाने लगे और गहराई में चले गए। वहां उन्हें डूबता देख बचाने के लिए लोग कूदे लेकिन ढूंढने में कुछ देर हो गया। जिसके बाद उन्हें बाहर निकाला और तत्काल लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद परिजनों में कोहराम मच गया। वहीं व्रत करने वाली पत्नी व उनकी बेटी का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इधर मृतक के महापर्व की खुशियों वाले घर में मातम फैल गया। जिससे गांव में भी शोक का माहौल रहा।